दक्षिण भारत की खास मिठाई मैसूर पाक़ को किसी भी स्पेशल अवसर या किसी भी त्यौहार पर बनाया जा सकता है. मावा और पानी न होने की वजह से मैसूर पाक की सैल्फ लाइफ बहुत अधिक है.
मोहन थाल बेसन मावा और ड्रायफ्रूट्स से बनने वाली एक पारम्परिक मिठाई है. कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण जी को यह मिठाई बहुत प्रिय थी. इस मिठाई को बनाना बड़ा ही आसान है, तो आइये आज हम मोहन थाल मिठाई (Mohan Thal Recipe) बनायें.
क्या आप काजू कतली (kajoo katli burfi ) पसन्द करते हैं? बाज़ार में काजू कतली केवल वर्क लगी हुई मिलती है.
चूंकि कथित "चान्दी का वर्क" नान-वेजीटेरियन श्रेणी में आता है इसलिये सभी परिवारों में इसे खाया नही जाता. मुझे तो काजू कतली (kaju katri) केवल घर पर बना कर खिलाना ही पसन्द है. इसे बनाना बहुत ही आसान है. आईये आज काजू कतली ( kajoo katli) बनायें.
कलाकन्द अनेक तरह से बनाया जाता है, इसे कन्डेंस्ड मिल्क से या मिल्क पाउडर से भी बना सकते हैं. लेकिन जो पारम्परिक स्वाद फुल क्रीम युक्त दूध से बने कलाकन्द (traditional kalakand burfee) में आता है उसकी बात ही और है. कलाकन्द जितना स्वादिष्ट होता है इसे बनाना उतना ही आसान है तो आइये आज हम कलाकन्द बनायें.
बादाम बर्फी कई तरह से बनाई जाती है लेकिन सिर्फ बादाम और चीनी से बनी बादाम कतली का स्वाद मावा या कन्डेंस्ड मिल्क को मिलाकर बनाई हुई कतली से एकदम अलग होता है और इसकी शेल्फ लाइफ भी अधिक होती है.
नारियल की बर्फी (Coconut Barfi) अनेकों प्रकार से बनाई जाती है.ये बर्फी बहुत ही स्वादिष्ट होती है. किसी भी त्यौहार पर आप इस मिठाई को बना कर घर की मिठाई का आनन्द ले सकते हैं और इसे 15 दिन तक फ्रिज में रख कर आप खा सकते हैं.
प्रस्तुत है नारियल की बर्फी (Nariyal Barfi) बनाने की विधि. आप इसे बनाइये और बताइये कि कैसी है. बनाने में लगने वाला समय 45 मिनिट
मिल्क पाउडर से सफेद और केसरिया बर्फी की परतें मिलाकर बनाई हुई मिल्क पाउडर केसर बर्फी होली दिवाली या किसी भी त्यौहार पर बनाई जा सकती है. अगर मावा उपलब्ध न हो या झटपट मिल्क पाउडर से मिठाई बनाई हो तो इस रेसीपी को बनाकर देखिये
गोंद से बड़े ही स्वादिष्ट लड्डू बनाये जाते हैं जो विशेषकर सर्दियों में ही खाये जाते हैं. गोंद के लड्डू से गर्मी और ताकत दौंनों मिलती है. रोजाना सुबह नाश्ते में 1 या 2 लड्डू गोंद के खाइये और सर्दी में अपने आप को स्वस्थ रखिये.
सर्दी के मौसम में तिल से बनी चीजें सभी को पसंद आतीं हैं. तिल से तिल के लड्डू, तिल की बर्फी, तिल की चिक्की आदि बनाई जातीं है. इसी सीरीज में आज हम तिल और आटे की बर्फी बनाने जा रहे हैं.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तिल को मावा के साथ मिलाकर बनाये जाने वाली तिल की बर्फी अधिक लोकप्रिय है. सर्दियां अभी जाने वाली हैं. इन सर्दियों के जाने से पहले ही बना डालते हैं आज तिल मावा बर्फी.
बेसन नारियल से बनी बर्फी एकदम अलग स्वाद में बहुत ही स्वादिष्ट होती है. इस मिठाई को आप किसी भी शुभ अवसर या जब भी आपका कुछ मीठा खाने का मन हो तब आप इसे बनाईये
पारम्परिक तरीके से कलाकन्द बनाने में और समय भी अधिक लगता है. 2 बर्तन में अलग अलग बराबर -2 दूध लेकर गरम करते हैं, एक दूध का खोया बनाया जाता है और दूसरे दूध को फाड़ कर पनीर बनाया जाता है और इन्हैं मिलाकर कलाकन्द बनाया जाता है, लेकिन तुरत फुरत कलाकन्द ( Instant Kalakand Sweets) के लिये डेयरी से तैयार मावा और पनीर लेकर और दोंनों को भूनकर पाउडर चीनी मिला कर बहुत ही जल्दी कलाकन्द बनाया जा सकता है.
गर्मी का मौसम यानी आम का मौसम. आम की बर्फी आप ताजा पके हुये मीठे आम से बनाईये या प्रिजर्व किये हुये आम के पल्प से, इसका स्वाद आप और आपके परिवार को बहुत पसन्द आयेगा.
हम आम की बर्फी (Aam ki Burfi) को बेसन डालकर बना रहे हैं, लेकिन आम की बर्फी को मावा, मिल्क पाउडर या कंडेंस्ड मिल्क मिला कर भी बनाया जासकता है.
मूंगदाल की बर्फी मूंगदाल के आटे से भी बनाई जाती है और भीगी हुई मूंगदाल की पिट्ठी से भी. मावा और मूंगदाल की पिट्ठी से बनी बर्फी को हम किसी भी त्यीहार, या खास अवसर पर बना सकते हैं.
लौकी की बर्फी (Ghiya Ki Burfee or Lauki ki Lauj) आप त्यौहार पर भी बना सकते हैं और व्रत में फलाहार के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं.बनाने में एकदम आसान, रेशेदार पौष्टिक लौकी की बर्फी दिवाली पर आपके परिवार को बहुत पसन्द आयेगी.
लौकी की बर्फी (Ghiya Ki burfee) आप कई तरीके से बना सकते है. लौकी को दूध में तब तक पकाया जाय कि ये एकदम गाड़ा हो जाय. लेकिन इस विधि में बनाने में समय बहुत अधिक लगता है.
खजूर और ड्राई फ्रूट दोनों ही खाने में बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक हैं, इनसे भरपूर प्रोटीन और आइरन मिलता है जो सर्दी के मौसम में हमारे लिये बहुत ही आवश्यक है. और इसको बड़ी आसानी से बनाया जा सकता है.
माइक्रोवेव में बेसन के लड्डू (besan laddu) बहुत ही आसानी से और जल्दी बनाये जा सकते हैं कढ़ाई में बेसन भूनते समय काफी समय तक लगातार हाथ चलाने से हाथ थक जाता है, लेकिन माइक्रोवेव में बेसन आसानी से बिना थके बहुत जल्द भून जाता है. आइये आज हम माइक्रोवेव में बेसन के लड्डू (Besan Laddu recipe in Microwave) बनायें.