लौकी की खीर (Lauki Ki Kheer) एक बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक स्वीट डिश है जिसे लोग ख़ास मौके पर बनाना पसंद करते है, लौकी की खीर को व्रत के दिनों के लिये भी एक बहुत ही अच्छा और हेल्थी ऑप्शन माना जाता है, यह खीर काफी कम समय में आसानी से बनाकर तैयार की जाने वाली डिश है। लौकी की खीर बच्चों और बड़ो सभी लोगो के लिए भी काफी फायेदमंद होती है
बासून्दी उत्तर भारतीय रबड़ी की तरह से ही दूध को एकदम गाड़ा करके और इसमें सूखे मेवे, नटमेग पाउडर और केसर मिला कर बनाई जाती है. इसे हम होली, दीपावली, दशहरा, नवरात्रि जैसे किसी भी त्यौहार पर बना कर परोस सकते हैं.
जब बच्चा 6 महिने का हो जाता है तब उसे ठोस आहार देना शुरू कर दिया जाता है, उस बच्चे को सूजी की खीर बनाकर खिलाइये, यह पौष्टिक खाना बहुत जल्द बन जाता है और बच्चा इसके स्वाद को पसन्द भी करता है.
बड़े हों या बच्चे सभी को सूजी की खीर पसन्द आयेगी. यह तुरन्त बहुत ही कम समय में बन जाती है. सूजी की गरमा गरम खीर सर्दियों में तो और भी ज्यादा अच्छी लगती है.
साबूदाने की खीर आप छोटे साबूदाना या बड़े साबूदाने से बना सकते है. बड़े साबूदाने की खीर छोटे साबूदाने की खीर की अपेक्षा अधिक स्वादिष्ट होती है. आइये आज हम बड़े साबूदाने की खीर बनाये.
लौकी की खीर बहुत ही स्वादिष्ट सुपाच्य होती है. आइये आज हम लौकी की खीर ((Lauki ki Kheer) बनायें.
लौकी की खीर मावा डाल कर भी बनायी जाती है लेकिन मावा प्रयोग के बाद लौकी की खीर का स्वाद मूलत: लौकी की खीर का नहीं रहता. इसलिये हम यहां लौकी की खीर में मावा का उपयोग नहीं कर रहे हैं.
कल रेडियो पर चकदे इंडिया का मौला मेरे मौला मेरे गीत बज रहा था. इसगाने के अंतरे में एक लाइन आयी वही सेवईयां वही खीर. सुनकर सोचा कि आज घर में सिवईयां बनायी जायें. प्रस्तुत हैं सेवईयां यानी thin pasta या Vermicelli की खीर.
रबड़ी (Rabri or Rabadi) और खुरचन (Khurchan) उत्तर भारत में अधिक पसंद की जाती हैं. खुर्जा की खुरचन और आगरा मथुरा की रबड़ी का स्वाद लाजबाव होता है. रात को खाना खाने के बाद रबड़ी खाने का मज़ा और ही है.
इसे मालपुआ, जलेबी और इमरती के साथ भी खाते हैं. आइये आज हम रबड़ी बनायें.
सामान्यतय सेब की खीर व्रत के दौरान बनाई जाती है लेकिन इसे आप किसी भी त्यौहार या जब भी मीठा खाने का मन करे, बना सकते हैं. इलायची से महकती और सूखे मेवों के स्वाद वाली सेब की खीर आपको और आपके घर के बच्चों को बेहद पसंद आयेगी.
सेब की खीर को 2 तरीके से बनाते हैं. 1. सेब को कद्दूकस करके पकायें और दूध में डाल कर खीर बनालें.
मीठे चावल बनाने में बड़े आसान और खाने में बड़े ही स्वादिष्ट होते है मीठे चावल मिठाई खाने वालों, बच्चों को तो बहुत ज्यादा पसन्द आते हैं, इन्हैं आप किसी विशेष अवसर, त्योहार के दिन बनाइये. आइये प्रस्तुत है मीठे चावल की रैसिपी.
ताजा स्वीट कार्न के भुट्टे को कद्दूकस करके बनाई गई मलाईदार स्वीट कॉर्न खीर का खास स्वाद परिवार के सभी लोगों को पसंद आता है. कुनकुनी सर्दियों में खाने के बाद जब भी मीठे की इच्छा करे, स्वीट कार्न खीर परोसिये.
कैरेमलाइज की हुई चीनी को मिलाकर गाड़े मलाईदार दूध को जमाकर बनाई हुई मिष्टी दोई बंगाल का खास डेजर्ट है. जितना मजेदार इसका स्वाद है उतनी ही ये बनाने में आसान है.
शाम को खाने के बाद कुछ ठंडा मीठा खाने का मन हो तो आप नारियल की खीर भी परोस सकते हैं.
दक्षिण भारत में नारियल की खीर में चावल भी मिलाये जाते हैं लेकिन उत्तर भारत में नारियल की खीर कच्चे नारियल से बनाई जाती है और इसमें चावल नहीं मिलाये जाते. इसलिये कि इसे व्रत में भी खाया जा सके. आईये आज बनाते हैं कच्चे मीठे नारियल की स्वदिष्ट खीर.
गाजर की खीर बनाने के लिये गाजर के साथ चावल भी उपयोग किये जाते हैं . लेकिन गाजर की खीर का असली स्वाद इसे चावलों के बिना बनाने में है. आइये आज हम गाजर की खीर बनायें.
मेवे की खीर (Mewa ki Kheer) बहुत स्वादिष्ट होती है. मेवा की खीर तो आप कभी भी बनाकर खा सकते है. मेवा की खीर में अनाज या चावल नहीं होता है इसलिये इसे आप जन्माष्टमी या उपवास के समय भी खा सकते है. तो आईये आज ही बनाते हैं, मेवे की खीर.