घर में नेचुरल इन्ग्रेडिएन्ट्स से बनी बेसिक वनीला आइसक्रीम (Eggless Vanilla Ice Cream) की बात ही अलग है. आईये आज बिना किसी आइसक्रीम मेकर के वनीला आइसक्रीम बनाते हैं.
आंवला कैन्डी (Amla Candy) आंवले के मुरब्बे का सूखा प्रतिरूप ही है. बच्चे को आंवले का मुरब्बा खाना पसन्द नहीं आता लेकिन आंवला कैन्डी बड़े मजे से खाते हैं. आंवला में पाये जाने वाले अनेक गुण हैं, इसमें विटामिन C की प्रचुर मात्रा निहित रहती है, आंवला किसी भी तरह से खाया जाय वह हमारे शरीर के लिये अत्यन्त लाभकारी है, आंवले से पाचन और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. इसका आयुर्वेद औषधि में काफी मात्रा में प्रयोग किया जाता है. ये आपको तंदुरुस्त रहने में मदद करेगा.
टमाटर का सूप (Tamatar ka soup) बहुत ही स्वादिष्ट होता है. सर्दियां चल रहीं हैं और पीने के लिये यदि गरमा गरम टमाटर सूप मिल जाय तो क्या कहने, तो आइये आज हम टमाटर का सूप (Tomato Soup) बनाते हैं.
पपीता एक पाचक फल है, पपीता मिल्क शेक बहुत ही स्वादिष्ट और ऊर्जा देने वाला पेय है. पपीता और दूध का मिश्रण बच्चे बड़े सभी के स्वास्थ्य के लिये बहुत ही उपयोगी है.
अगर आप पपीता खाना पसन्द नहीं करते हैं , तो पपीता मिल्क शेक बनाइये, आपको अवश्य पसन्द आयेगा. पपीता मिल्क शेक आप आसानी से और कम समय में बना सकते हैं. आइये आज हम पपीता मिल्क शेक बनायें.
चाट खाना तो सभी को बहुत पसन्द आता है. अक्सर हम घर में चाट बनाते भी रहते हैं, इसके लिये हमको चाट मसाले की आवश्यकता होती है. बाजार में चाट मसाला खूब मिलता है, लेकिन घर में बने हुये चाट मसाले की बात ही अलग है. आइये आज हम घर में चाट मसाला बनायें.
बादाम सेहत और दिमाग दोनों के लिये बहुत अच्छे होते ही हैं. गर्मी के दिनों में बच्चों को सुबह सबेरे ठंडा बादाम केशर दूध (Saffron flavored Almond Milk) बेहद पसंद आयेगा.
गर्मी की आहट शुरू हो गयीं है और इस सप्ताहांत में आप कुछ विशेष तो बनायेंगे ही. खाने के बाद कुछ ठंडा हो जाये. इस ठंडे खाने में फ्रूट क्रीम बहुत ही स्वादिष्ट होती है, फ्रूट क्रीम किसी भी पार्टी के लिये या किसी भी खास अवसर पर बना कर परोसी जा सकती है, फ्रूट क्रीम जितनी स्वादिष्ट है, उतना ही बनाने में आसान है. आइये आज हम फ्रूट क्रीम (Fruit Cream Recipe) बनायें.
गरम मसाला बाजार में तैयार पकैट्स में मिल जाता है लेकिन बहुत से परिवारों में इसकी शुद्धता को ध्यान रखते हुये घर में भी बनाया जाता है. पहले से तैयार मसाले की अपेक्षा ताजा बने गरम मसाले की खुश्बू और स्वाद दोनों ही अधिक होते हैं. आईये आज घर पर ही गरम मसाला तैयार करें
दही में प्रोटीन्स, कैल्सियम, मैगनिसियम, विटामिन B-6 और विटामिन B-12 इत्यादि पाये जाते हैं जो सभी के लिये बहुत उपयोगी हैं. दही खाने को पचाने में मदद करता है, हड्डियों और दातों को मजबूती देता है, लस्सी दही का शेक है, जो भारत में अलग अलग जगह अलग तरीके से बनाई जाती है.
उत्तर भारत और पंजाब में दही की मीठी लस्सी बनाई जाती है. गुजरात और साउथ में नमक और मिन्ट या जीरा डाल कर लस्सी बनाई जाती है.
हमारे देश के हर क्षेत्र में नवरात्रि के उपवास में अलग अलग प्रकार का खान पान होता है. कुछ जगह सामान्य नमक खा लते हैं इन भोजन में अधिक मसाले की जगह केवल काली मिर्च, जीरा, हल्दी और नमक का ही उपयोग होता है. कुछ जगह सामान्य नमक की जगह लाहौरी नमक प्रयोग होता है. खाने में प्रमुखता से दूध, दही, सूखे मेवे, फल, कुटू का आटा, समा चावल, आलू आदि से बने खाने का ही इस्तेमाल होता है.
बथुआ हरी पत्ते वाली सब्जी है, जो स्वास्थ्य के लिये उपयोगी है, बथुआ सर्दियों में ही मिलता है, ये शरीर को गरमाहट देता है, बथुआ में आइरन, विटेमिन A और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, बथुआ का सर्दियों में खाया जाने वाला खास रायता है. रायता तो खाने के साथ खाना ही चाहिये, यह खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ साथ खाने को पचाने में भी मदद करते हैं.
साबूदाने की खिचड़ी (Sabudana Khichadi ) मुख्यत: व्रत उपवास में बनाकर खाई जाती है. आईये आज बनायें साबूदाने की खिचड़ी.
यदि आप भी इसको उपवास के लिये बना रहे हैं तो इसमें सामान्य नमक की जगह सैंधा नमक का प्रयोग करें. साबूदाना दो तरह के होते हैं एक बड़े और एक सामान्य आकार के. यदि आप बड़े साबूदाना प्रयोग कर रहे हैं तो इसे 1 घंटा भिगोने के बजाय लगभग 8 घंटे भिगोये रखें. बाहर एशियाई स्टोर्स में यह साबूदाना Tapioca के नाम से उपलब्ध हो जाता है.
छोले बनाने में यदि चना मसाला डालकर बनायें तो बड़े ही स्वादिष्ट बनेंगे. बाजार में तैयार चना मसाला मिलता है, लेकिन अगर आप इसे घर में बनाना चाहें तो आसानी से बना सकेंगे.
घर में बना चना मसाला (Chhole Masala Powder) बाजार से स्वादिष्ट भी होगा. आइये तो आज बनाते हैं चना मसाला.
गर्मियों की दोपहर या रात को खाने के बाद यदि फालूदा कुल्फी का एक गिलास खा लिया जाय तो फिर बाद में और कुछ खाने को मन ही नही करेगा. आईये आज दिल, दिमाग और शरीर को तृप्त कर देने वाली फालूदा कुल्फी (Falooda Kulfi) बनायें
दूध और सूखे मेवे से बनी मलाई कुल्फी का लाज़बाव स्वाद बच्चों और बडे दोनों को पसंद आता है. बच्चों के लिये इस कुल्फी को कुल्फी मोल्ड में भी बनाया जा सकता है.
खाने के साथ रायता होने से खाने का स्वाद बढ़ जाता है. बूंदी का खाने में लाजबाव रायता बनाने में बहुत ही आसान होता है. आईये बूदी का रायता (Boondi ka raita) बनायें
बुकनू चूरन भी है, मसाला भी है.यह पूर्वी उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से कानपुर में बहुत लोकप्रिय है. इसे परांठा रोटी के ऊपर बुरक कर, चाट के ऊपर बुरक कर या मसाले की तरह दाल सब्जी में टेस्ट बढाने के लिये डाल कर खा सकते हैं. इसे बनाने के लिये किचन में प्रयोग करने वाले मसालों के साथ कुछ आयुर्वेदिक इन्ग्रेडियेन्ट्स भी हैं जो हमारे पाचन को सही बनाये रखती है.
आंवला फल (Indian gooseberry) आइरन और विटामिन सी से भरपूर रस से भरा हुआ प्राकृ्तिक खजाना है. आंवले का जूस रोजाना लेने से पाचन दुरुस्त, त्वचा में चमक, त्वचा के रोगों में लाभ, बालों की चमक बढाने, बालों को सफेद होने से रोकने के अलावा और भी बहुत सारे फायदे हैं.
आंवले का मौसम दिसम्बर से चालू होकर अप्रेल तक रहता है. दिसम्बर से अप्रेल तक तो ताजा आंवला जूस ताजा निकाल कर पी सकते हैं. आंवले के जूस (Amla Juice) को सीजन के बाद प्रयोग करने के लिये आप आंवला जूस को घर में आसानी से निकाल सकते हैं और प्रिजर्व कर सकते हैं