पपीता एक पाचक फल है, पपीता मिल्क शेक बहुत ही स्वादिष्ट और ऊर्जा देने वाला पेय है. पपीता और दूध का मिश्रण बच्चे बड़े सभी के स्वास्थ्य के लिये बहुत ही उपयोगी है.
अगर आप पपीता खाना पसन्द नहीं करते हैं , तो पपीता मिल्क शेक बनाइये, आपको अवश्य पसन्द आयेगा. पपीता मिल्क शेक आप आसानी से और कम समय में बना सकते हैं. आइये आज हम पपीता मिल्क शेक बनायें.
बादाम सेहत और दिमाग दोनों के लिये बहुत अच्छे होते ही हैं. गर्मी के दिनों में बच्चों को सुबह सबेरे ठंडा बादाम केशर दूध (Saffron flavored Almond Milk) बेहद पसंद आयेगा.
दही में प्रोटीन्स, कैल्सियम, मैगनिसियम, विटामिन B-6 और विटामिन B-12 इत्यादि पाये जाते हैं जो सभी के लिये बहुत उपयोगी हैं. दही खाने को पचाने में मदद करता है, हड्डियों और दातों को मजबूती देता है, लस्सी दही का शेक है, जो भारत में अलग अलग जगह अलग तरीके से बनाई जाती है.
उत्तर भारत और पंजाब में दही की मीठी लस्सी बनाई जाती है. गुजरात और साउथ में नमक और मिन्ट या जीरा डाल कर लस्सी बनाई जाती है.
आंवला फल (Indian gooseberry) आइरन और विटामिन सी से भरपूर रस से भरा हुआ प्राकृ्तिक खजाना है. आंवले का जूस रोजाना लेने से पाचन दुरुस्त, त्वचा में चमक, त्वचा के रोगों में लाभ, बालों की चमक बढाने, बालों को सफेद होने से रोकने के अलावा और भी बहुत सारे फायदे हैं.
आंवले का मौसम दिसम्बर से चालू होकर अप्रेल तक रहता है. दिसम्बर से अप्रेल तक तो ताजा आंवला जूस ताजा निकाल कर पी सकते हैं. आंवले के जूस (Amla Juice) को सीजन के बाद प्रयोग करने के लिये आप आंवला जूस को घर में आसानी से निकाल सकते हैं और प्रिजर्व कर सकते हैं
दहकती हुई गर्मी के मौसम में गुलाब का शरबत (rose sharbat ) दिल दिमाग और शरीर को ठंडक पहुंचाता है. इस समय गुलाब के फूल भी बहुतायत में मिल रहे हैं और यही समय है गुलकन्द और गुलाब का शर्बत (gulab sharbat drink) बनाने का.
गर्मियों में खरबूजा बाजार में खूब आ रहा है, तपती गर्मी में जूस से भरे फल गर्मी से राहत दिलाते हैं, आप इन्हैं काट कर खूब खाईये और शेक बनाईये.
खरबूजा शेक (Muskmelon Shake) आम का शेक (Mango Shake) जितना प्रचलित नहीं है लेकिन मुझे यह आम के शेक (Mango Shake) और पपीते के शेक (Papaya shake) से अधिक पसंद आता है. आईये आज खरबूजा शेक बनायें.
भीषण गर्मी से राहत पाने के लिये आम का पना बहुत ही ठंडक देने वाला होता है. अगर बार बार पना बनाना पसंद नहीं हो तो हम आम के पना का कन्सन्ट्रेट शरबत भी बना सकते हैं.
जब भी गर्मी का पारा चढे, मचचाहे फ्लेवर व स्वाद में ठंडी चाय बना कर पीजिये. फ्लेवर के लिये छोटी इलाइची, दाल चीनी, जायफल, पोदीना और तुलसी जो भी पसन्द हो वह डाला जा सकता है. चाय में अलग अलग स्वाद के लिये नीबू, आम का क्रस, पाइन एपल क्रस या संतरे का जूस या पाइनएपल जूस लिया जा सकता है.
गाजर की कांजी (Gajar Ki Kanji) बहुत ही स्वादिष्ट और पाचक होती है. खाने से पहले कांजी आपकी भूख को बढ़ा देती है . आप इसका उपयोग गर्मी और सर्दी दोनों मौसम में कर सकते हैं. आइये आज गाजर की कांजी (Gajar Ki Kanji) बनायें.
इस कड़कती गर्मी के मौसम में अगर एक गिलास शरबत मिल जाय, तो सच में बहुत अच्छा लगता है. और अगर ये शरबत फालसे (Phalse ka Juice) हो तो क्या कहना! फालसे (Grewia asiatica) का शरबत उत्तर प्रदेश में खूब पिया जाता है,
पहले गर्मी के दिनों में फालसे बेचने वालों की आवाज सुना करते थे. वे जोर जोर से चिल्लाते थे "ठंडे मीठे फालसे, तरी तरावट के फालसे", उन दिनों फालसे आते भी बहुत थे, लेकिन आजकल बाजार में फालसे हर जगह दिखायी नहीं देते लेकिन ढूंढने पर मिल जाते हैं.
गर्मियां अभी अच्छी तरह से नहीं आई लेकिन बाजार में शहतूत (Shahtoot) मिलने लगे हैं. गर्मियों में शहतूत आपके दिमाग, और शरीर दोनों को चुस्त दुरुस्त रखता है. शहतूत के शर्बत (Shahtoot Sharbat) के तो क्या कहने!
यदि आपके शहर में शहतूत उपलब्ध हों तो इसका शर्बत अवश्य बनाईये. इसका शर्बत बनाना बहुत आसान है. ताजे ठंडे शहतूत के शर्बत को पीने के बाद आप रंग बिरंगी कोला के नकली पानी को भूल जायेंगे.
कांजी बड़ा बहुत स्वादिष्ट पेय है, यह पेय पाचन में भी सहायक है. त्योहारों पर मिठाइयां खा कर अगर एसा महसूस हो कि अब कुछ खाने को मन नहीं कर रहा और उस समय कांजी पीने को मिल जाय तो कांजी का स्वाद तो अच्छा लगता है, थोड़ी देर बाद कुछ और खाने की इच्छा भी होने लगती है. वैसे तो कांजी कभी भी बनाई जा सकती है, लेकिन त्योहारों पर कांजी बनायें तो बहुत अच्छा लगेगा. आइये शुरू करे कांजी बड़ा बनाना.
ठंडे का मतलब कोकाकोला तो बिल्कुल भी नहीं होता. गर्मियों के थपेड़े में जो राहत प्राकृतिक पेयों से मिलती है इसका बोतलों के भरे नकली मीठे पानी से क्या तुलना! सुबह आफिस निकलते समय यदि आप बेल के शरबत का एक गिलास ले लें तो दिन भर गरमी और लू से बचे रहेंगे.
ठंडाई (THANDAI) गर्मियों के दिनों में बहुत ही स्वादिष्ट, ताजगी और ऊर्जा देने वाला पेय है. अगर एक आप गिलास ठंडाई (Milk Thandai) रोज सुबह पीते हैं, तो धूप में लगने वाली लू और नकसीर (नाक से खून आने) जैसी तकलीफों से भी बचे रहेंगे.
बाजार से भी तैयार ठंडाई खरीदी जा सकती है, लेकिन घर में बनी हुई ठंडाई आपको बिना मिलाबट और प्रजरवेटिव्स के मिलेगी, जो अवश्य ही आपके स्वास्थ्य के लिये फायदे मंद होगी. तो आइये आज हम ठंडाई बनायें.
आम से बहुत सारी चीजें बनाई जाती है, लेकिन हम इन्हैं आम के मौसम में यानि कि 2-3 महिने, जब तक आम बाजार मिल रहे हैं, तब तक ही बना पाते है. आम के मौसम में आम का पल्प बनाकर फ्रीजर में रख लिया जाय तब हम आम के इस स्वाद को आम के अगला सीजन आने तक प्रयोग कर सकते हैं. आम का पल्प बनाने के लिये अपनी पसन्द वाली वैरायटी के आम ले सकते हैं, अगर पल्प में रेशे हो तो पल्प को छान कर रखा जा सकता है.
गर्मी से राहत पाने के लिये प्रकृति ने हमें नींबू दिया है. नीबू पोदीना अदरक का शरबत आपके दिल और दिमाग दोनों में ठंडक पहुंचायेगा.
नींबू पोदीना अदरक का शरबत (Lemon Ginger Mint Mocktail) आप तुरन्त नीबू निचोड़ कर बना सकते हैं . लेकिन मुझे इस शरबत को कन्सन्ट्रेट बना कर आवश्यकतानुसार प्रयोग करना अधिक सुविधाजनक लगता है. यदि पसंद हो तो आप चीनी की जगह शहद का प्रयोग भी कर सकते हैं.
खजूर का शेक स्वादिष्ट होने के साथ साथ बहुत ही पौष्टिक होता है. विटेमिन्स, शुगर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, और मिनरल्स से भरपूर खजूर के शेक को टोनिक शेक कह सकते हैं. यह अन्न रहित है इसलिये आप इसका उपयोग नवरात्रि व्रत में भी कर सकते हैं.
गर्मी के मौसम में इसे ठंडे दूध में बनाकर पीजिये और सर्दियों के मौसम में गरम दूध के साथ, और खजूर का शेक आपको सर्दी - जुकाम से भी बचाता है.
गर्मी के मौसम में आम का शरबत (Mango Juice Recipe) शरीर ही नहीं दिल और दिमाग दोनों को ठंडक पहुंचाता है. सामान्यतया हम बोतलबंद आम का रस बाजार से लाकर पीते ही हैं, लेकिन इन में आम की मात्रा काम तो होती ही है कलर और प्रिजरवेटिव्स भी रहते हैं. हम बचपन से आम का शरबत (Mango Juice) बनाते रहे हैं,
तुलसी की पत्तियों से गुड़ और नीबू के साथ मिलकर स्वादिष्ट पेय तुलसी सुधा (Tulsi Sudha) बनाया जाता है. यह स्वादिष्ट होने के साथ साथ जुकाम, खांसी, सिरदर्द और पेट के गैस और एसिडिटी रोगों को खतम करता है, पाचन के लिये अच्छा होता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढा़ता है.